MP Board Class 5 Hindi Chapter 3 Ishwarchandra Vidyasagar

             

Chapter 3 पं. ईश्वर चंद्र विद्यासागर

MP Board Class 5 Hindi Bhasha Bharti Chapter 3 Ishwarchandra Vidyasagar poster


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Question Answers

Exercise


बोध प्रश्‍न 

1. निम्नांकित शब्दों के अर्थ पुस्तक में दिए शब्दकोश से खोजकर लिखिए-

उत्सव   - ------------

परिश्रम - ------------

हृदयंगम - ------------ 

अतिरिक्त - ------------ 

ग्रहणशीलता - ------------

जीविका - ------------

उत्तर -

उत्सव - पर्व 

परिश्रम - मेहनत 

हृदयंगम - मन में बिठाना 

अतिरिक्त - अलावा 

ग्रहणशीलता - प्राप्त करने की क्षमता 

जीविका - पेट भरने का साधन 



2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में लिखिए –

(क)  ईश्वरचन्द्र का जन्म कब और कहाँ हुआ?

उत्तर-  ईश्वरचन्द्र का जन्म कोलकाता से बीस मील दूर वीसिंह गांव में 26 सितम्बर 1820 को हुआ।


(ख)  ईश्वरचन्द्र अपने पिता के साथ कोलकता कैसे गए, पिता ने उन्हें रास्ते में क्या बताया?

उत्तर-  वे अपने पिता के साथ कोलकाता पैदल ही गये। रास्ते में उनके पिताजी ने उन्हें शिक्षा के उपयोग तथा प्रगति के उपाय बताये।



(ग) पाठशाला में अंग्रेजी अंक न सीखने पर भी ईश्वचन्द्र बिल कैसे जोड़ पाए ?

उत्तर- क्योंकि उसने उन्हें रास्ते में मील के पत्थरों से सीख लिया था।


(घ) ईश्वरचन्द्र की उदारता और दयालुता का कोई उदाहरण दीजिए?

 उत्तर-  ईश्वरचन्द्र ह्रदय से इतने उदार तथा दयालू थे कि वे अपनी छात्रवृत्तियों का अधिकांश भाग निर्धन विद्यार्थियों पर खर्च कर देते थे।


(ङ) ईश्वरचन्द्र के नाम के साथ विद्यासागर कैसे जुड़ा?

 उत्तर- भारत के महान विद्वानों ने एक सभा करके ईश्वरचन्द्र का अभिनन्दन किया और उन्हें विद्यासागर उपाधि दी।


3. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए -

(क) ईश्वरचन्द्र के पिता का नाम ......... था।

(ख) धैर्य का सहारा लेने से ......... और आख्यान के सहारे ......... कट जाती है।

(ग) जगदुर्लभ सिंह ने उसे ......... अंकों का एक छोटा सा बिल जोड़ने को दिया।

(घ) अपने पाठ पूरे करने के बाद जो समय बचता उसमें वे ......... को पढ़ाया करते थे।

(ङ) प्रेमपूर्वक बच्चों पर किया हुआ कोई भी ......... व्यर्थ नहीं जाता।

उत्तर–

(क) ईश्वरचन्द्र के पिता का नाम ठाकुरदास. था।

(ख) धैर्य का सहारा लेने से आपत्ति, और आख्यान के सहारे रात  कट जाती है।

(ग) जगदुर्लभ सिंह ने उसे अंग्रेज़ी अंकों का एक छोटा सा बिल जोड़ने को दिया।

(घ) अपने पाठ पूरे करने के बाद जो समय बचता उसमें वे कमज़ोर विद्यार्थी को पढ़ाया करते थे।

(ङ) प्रेमपूर्वक बच्चों पर किया हुआ कोई भी प्रयास व्यर्थ नहीं जाता।


भाषा अध्ययन

1. नीचे लिखे शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए और वाक्यों में प्रयोग कीजिए -

छात्रवृत्ति, पश्चिम, प्रसिद्ध, श्रेणी, प्रेरणा, उपलक्ष्य, धैर्य

उत्तर -

छात्रवृत्ति - मुझे विद्यालय से हर महीने छात्रवृत्ति मिलती है।

पश्चिम - राजस्थान भारत के पश्चिम में है।

प्रसिद्ध - ताजमहल पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है

श्रेणी - मोहित प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण हुआ।

प्रेरणा - हमें ईश्वरचन्द्र जी से प्रेरणा मिलती है।

उपलक्ष्य - मैंने जन्मदिन के उपलक्ष्य में मित्रों को बुलाया।

धैर्म - विपत्ति में धैर्य बनाये रखना चाहिये।


2. निम्नलिखित तद्भव शब्दों के तत्सम रूप लिखिए 

तद्भव — तत्सम

माह,

धीरज,

पत्थर,

घी

दूध

उत्तर -

माह - मास 

धीरज - धैर्य 

पत्थर - पाषाण 

घी - घृत 

दूध - दुग्ध 


3. 'परिश्रम' में 'पूर्वक' शब्द जोड़कर 'परिश्रमपूर्वक' शब्द बना है। इसी प्रकार नीचे बनी तालिकाओं में 'पूर्वक' और ' नीय' शब्दांश जोड़कर नए शब्द बनाइए - 

परिश्रम - परिश्रमपूर्वक

सरलता

विश्वास 

प्रेम

उदारता

उत्तर -

सफलतापूर्वक

विश्वासपूर्वक

प्रेमपूर्वक

उदारतापूर्वक


उल्लेख -उल्लेखनीय

निन्द

गोप 

पूज

पठ

उत्तर -

निन्द - निन्दनीय

गोप - गोपनीय 

पूज - पूजनीय

पठ - पठनीय


4. नीचे कुछ शब्द और उनके 'विलोम' शब्द दिए है। आप तालिका बनाकर इन्हें आमने-सामने लिखिए -

उन्नति, सत्य, असत्य, अवनति, शिक्षा, निर्धन, आशा, अशिक्षा, धनवान, निराशा, नया, सरल, मीठा, पुराना, कठिन, खट्टा

उत्तर -

सत्य - असत्य

शिक्षा - उन्नति

धनवान - निर्धन

कठिन - सरल

आशा - निराशा

नया - पुराना

खट्टा - मीठा


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